- by Dr. Pankaj Kumar Agarwal
- at 21st Jul, 2018
Dr. Pankaj Agarwal

Dr. Pankaj Agarwal (प्रेरक कथानक)
पुरानी फिल्मों में दिखाया जाता था कि हीरो ने खांसते-खासते मुंह पर रुमाल रखा तो वह खून से भर गया। हीरोइन स्तब्ध रह गयी, यह तो टीबी का लक्षण है। काफी उपचार के बाद भी हीरो का बचाया नही जा सका। खांसी के साथ बलगम में खून आना, काफी बढ़ी हुई टीबी का लक्षण है, जो फेंफड़ों में बड़े जख्म कर चुकी हो। इस स्थिति में अच्छे से अच्छे उपचार के बाद यदि रोगी स्वस्थ भी हो जाता है, तो भी पुराने घाव के भरने के चिन्ह रह जाते हैं व कुछ न कुछ कमी बनी रहती है। अतः आप और हम टीवी को बलगम में खून आने से काफी पहले की ही अवस्था में पहचानना चाहेंगे, जिससे रोगी का उपचार कर, उसे पूरी तरह स्वस्थ रख सके।
कई लोग कहते हैं कि हमारा तो वजन ही कम नही हो रहा और घाव भी भर जाते हैं, फिर हमें डायबिटीज कैसे हुई, या इसके प्रति अधिक चिंतित होने की बात कैसे बनी? वास्तव में यह लोग टीवी का उपचार हल्के बुखार के समय में न कर के, बलगम में खून आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
याद रहे अच्छे से अच्छा उपचार भी तभी प्रभावी होता है, जब वह रोग की आरंभिक अवस्था में ही किया जाये।
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